महान विभूतियों के विचारों को अपने जीवन मे उतारे तभी आपका जीवन सार्थक होगा-डीएम

महान विभूतियों के विचारों को अपने जीवन मे उतारे तभी आपका जीवन सार्थक होगा-डीएम

गाजीपुर। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 02 अक्टूबर 2020 को गांधी जयंती धूूमधाम से मनाया गयां। देश को अंग्रजो से आजादी दिलाने मे अहम भूमिका निभाने वाले महात्मा गांधी जी का जन्म 02 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबन्दर में हुआ था। आज देश गांधी जी की 151वी जयंन्ती मना रहा है।

इस अवसर पर कलेक्ट्रेट मे प्रातः 9.00 बजे जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने ध्वजारोहण कर गांधी जी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर मार्ल्यापण कर पुष्प अर्पित किया। तत्पश्चात नेहरू युंवा केन्द्र की युवा मण्डल की बालिकाओ जिसमें सोनम बानो, हुस्न ए नवैजिया खातून, साबिकुन महर, अल्पना यादव द्वारा बापू के उपर प्रिय भजन की प्रस्तुति की गई। जिसपर जिलाधिकारी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनकी पारिवारिक जानकारी ली तथा उनके कमजोर पस्थितियों को देखते हुए उनके शिक्षा, एवं उनसे सम्बन्धित प्रशिक्षण निःशुल्क कराने तथा छात्रवृत्ति भी देने का निर्देश दिया साथ ही उन्हे मोमेण्ओ एंव डायरी पेन से सम्मानित किया। तत्पश्चात राइफल क्लब सभागार मे गांधी जी के जीवन वृत पर आधारित एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमे प्रमुख रूप से एस0ओ0सी0 एस0के शुक्ला,
मुख्य राजस्व अधिकारी, के साथ ही कलेक्ट्रेट के कई कर्मचारियों ने भी गोष्ठी मे अपना सम्बोधन कियां। गोष्ठी के अन्त मे जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन मे कहा कि इन राष्ट्रीय पर्वो को मनाने का उद्वेश्य यही है कि उनके बताये रास्ते पर चले। कार्य की अनियमितता ही व्यक्ति को पीछे करती है कोई भी कार्य को सूचीबद्ध तरीके से करेगे तो कोई कार्य कठिन नही हेागा। व्यक्ति जैसा सोचता है वैसा बन जाता है। महान विभूतियों के विचारों को अपने जीवन मे उतारे तभी आपका जीवन सार्थक होगा। सत्य व अहिंसा जो गांधी जी का जीवन दर्शन था इसी को लक्ष्य मानकर गाधीं जी ने भारत को अंग्रेजो से स्वतन्त्र कराने में सफलता हासिल कीं। सत्य और अहिंसा को लेकर बापू के विचार हमेशा से न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया का मार्ग दर्शन करते रहे है और आगे भी करते रहेगें। उन्ही के विचारो के सम्मान में 02 अक्टूबर को प्रत्येक वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय अंहिसा दिवस के रूप मनाया जाता है। महात्मा गांधी जी इस बात पर विचार रखते थे कि हिंसा के रास्ते पर चलकर आप कभी भी अपने अधिकार नही पा सकते इसलिए उन्होने सत्याग्रह का रास्ता अपनाया। और वो हमेशा से ही लोगो को अपने अधिकार दिलाने की लड़ाई लड़ते रहे। यह बात सही है कि हम सभी गांधी जी का काफी सम्मान करते है लेकिन उनके सपने तभी पूरे होगे जब हम उनके बताये शान्ति, अहिंसा, सत्य,
समानत एवं महिलाओं के प्रति सम्मान जैसे आदर्शो पर चलेगें। आज के दिन हमे उनके विचारो को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लेना चाहिए। गोष्ठी के समापन के पश्चात जिलाधिकारीने राइफल क्लब सभागार से नशामुक्त भारत अभियान से समबन्धित जन जागरूकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया जो शहर के विभिन्न क्षे़त्रों से होते हुए कलेक्ट्रेट पर समाप्त हुआ। इस अवसर पर अपर जिलाधिकाीर भू0रा0, एस ओ सी एस0 के0 शुक्ला , अपर उपजिलाधिकारी मंशा राम, सहित कलेक्ट्रेट के अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।