जमानियां। स्थानीय तहसील क्षेत्र के जबुरना गांव में 69 लोगों को तत्कालीन उपजिलाधिकारी द्वारा पट्टा किया गया। जिसके बाद से ही पट्टे धरकों को कब्जा नहीं दिलाया गया। जिससे क्षुब्ध होकर ग्रामीणों ने बुधवार को उपजिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई।
ग्राम के 69 लोगों को पट्टा किया गया लेकिन आज तक सभी को कब्जा नहीं दिलाया जा सका है। पट्टे धारक उदय नारायण खरवार‚ लक्ष्मण शाह‚ बब्बन खरवार आदि कहना है कि तत्कालीन उपजिलाधिकारी द्वारा वर्ष 2014 में पट्टा किया गया था। जिसके बाद कई लोगों को कब्जा भी दिलाया गया लेकिन आज भी आधे से अधिक लोगों को कब्जा नहीं दिया जा सका। वही इस भूमि की नापी उपजिलाधिकारी के आदेश पर 11 अक्टुबर 18 को करने का प्रयास तहसील कर्मियों द्वारा किया गया लेकिन दबंगों द्वारा नापी की कार्यवाही पूरी नहीं करने दी गयी और विवाद पैदा कर लोगों ने पानी करने से रोक दिया गया। जिसके बाद लेखपाल‚ कानूनगों वापस तहसील चले आये और पट्टा होने के बावजूद गरीब लोग आज भी काबिज नहीं हो सके और दर दर की ठोकरे खा रहे है। तहसील कर्मियों के लापरवाही से क्षुब्ध पट्टा धारकों ने समुह में बुधवार को उपजिलाधिकारी के कार्यालय पर पहुंच कर कब्जा दिलाने की मांग की। वही उपजिलाधिकारी विनय कुमार गुप्ता ने लेखपाल की आख्या के अनुसार कार्यवाही करने की बात कही और आशवासन दिया कि पुलिस बल की मौजूदगी में नापी करा कर सभी को काबिज कराया जाएगा। जिसके बाद ग्रामीण वापस घर गये। इस अवसर पर संजय‚ शत्रुधन‚ भरत‚ डब्लू शाह‚ दिनेश‚ भीम शाह‚ सिया राम‚ लालता‚ शिव जी‚ लल्लन‚ मुन्ना‚ हसीबुन‚ दुर्गा देवी‚ कृष्ण कुमार‚ प्रतिमा‚ सुजित आदि दर्जनों लोग मौजूद रहे।