डॉ.संजय सिंह के असामयिक निधन से महाविद्यालय परिवार मर्माहत

डॉ.संजय सिंह के असामयिक निधन से महाविद्यालय परिवार मर्माहत

जमानियां। हिन्दू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आशुलिपिक पद पर कार्यरत डॉ. संजय सिंह(52) का इलाज के दौरान बुद्धवार को करीब एक बजे मुंबई स्थित निजी अस्पताल में असामयिक निधन हो गया।

डॉ. सिंह की मृत्यु की सूचना से आहत महाविद्यालय परिवार ने प्राचार्य डॉ. देवेंद्र नाथ सिंह के निर्देश पर एक शोक सभा का आयोजन कर गतात्मा की शांति की प्रार्थना की गई। शोक प्रस्ताव डॉ. अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री ने रखा। नम आंखों से अपने कार्मिक को श्रद्धांजलि देकर दो मिनट का मौन धारण कर ईश्वर से उनकी आत्मा को निज चरण शरण में स्थान देने की मिन्नत की गई।

डॉ. सिंह मछलीशहर , जौनपुर के निवासी थे, उनके पिता ग़ांधी स्मारक स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालटारी , आज़मगढ़ के पूर्व प्राचार्य एवं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर सम्बद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ से जुड़े रहे और लम्बे समय तक महामंत्री एवं अध्यक्ष सहित संरक्षक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं।इनके दो संताने में पुत्र ने प्रथम प्रयास में आई.ए.एस.साक्षात्कार तक पहुंचे कुछेक अंकों से चयन नहीं हो सका और पुत्री आयुर्वेदिक चिकित्सा में अध्ययनरत है। पत्नी प्राथमिक शिक्षा विभाग में अध्यापिका हैं। बेहद मिलनसार लगभग 52 वर्षीय उम्र वाले डॉ. सिंह की मृत्यु की सूचना जिसे भी हुई वह स्तब्ध रह गया।

श्रद्धांजलि देने वालों में मनोज कुमार सिंह, इंद्रभान सिंह, कमलेश प्रसाद, बलिराम सिंह, दिग्विजय सिंह, राधेश्याम राम आदि ने अपने होनहार साथी के असामयिक निधन पर दुखी मन से विनम्र श्रद्धांजलि दी।