पुलिस अधीक्षक डाक्टर अरविन्द चतुर्वेदी के निर्देश पर अपराध एवं अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत रेवतीपुर प्रभारी निरीक्षक के निगरानी में अपराध एवं अपराधियों के गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए उपनिरीक्षक यज्ञनारायण यादव,उपनिरीक्षक कृपाशंकर उपाध्याय हेड कांस्टेबल सुरेश चंद्र सरोज एवं सुयश कुमार यादव की एक टीम बना इनके गतिविधियों पर अंकुश लगाने संदिग्धो की गिरफ्तारी ,संदिग्ध बस्तुओं की बरामदगी के निर्देश पर रेवतीपुर थाना क्षेत्र के रेवतीपुर वीरऊपुर रोड पर बृहस्पतिवार की देर शाम करीब 7 बजे वाहनों की चेकिंग कर रहे थे, इसी दौरान पुलिस को जरिए मुखबिर के द्वारा सूचना मिली कि संदिग्ध युवक वीरऊपुर मोड के पास झोला लिए खडा है जो किसी का इंतजार कर रहा है, इस सूचना पर पुलिस बताएं गये घटनास्थल की तरफ रवाना हो गई ।पुलिस को अपने तरफ आता देख युवक भागने लगा शक होने पर पुलिस ने युवक को रूकने का ईशारा किया,लेकिन संदिग्ध युवक भागने लगा, जिसपर पुलिस ने घेराबंदी करने के साथ ही वाहन से पिछा करना शुरू कर दिया, थोडी दूर जाते ही पुलिस ने युवक को मय झोला सहित दबोच लिया ।पकडे गये युवक के पास झोला की तलाशी लेने पर पुलिस का माथा ठनक गया ।देखा तो उसमें गांजा भरा था, पकडे गये युवक को पुलिस ने थाने लाकर गाजें का वजन किया तो कुल वजन 1 किलो 50 रहा, साथ ही कडी पूछताछ शुरू किया जिसपर उसने अपना नाम पता प्रवीण प्रसाद उर्फ परविन्द्र पुत्र योगेन्द्र प्रसाद निवासी अठहठा थाना रेवतीपुर बताया पूछताछ में पकडे गया युवक ने इस अवैध धंधे में काफी दोनों से लिप्त होना बताया युवक ने कहा कि उसका संम्बध अन्तरप्रांतीय तस्करों से है ।इसपर पुलिस ने युवक के खिलाफ मादक-द्रव्य अधिनियम के तहत संम्बन्धित धाराओं में मुकदमा कायम कर, उसका आज शुक्रवार की सुबह चालान कर दिया, उसके उपरांत युवक का मेडिकल मुआयना कराने के बाद उसे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया जहाँ उसकी अपराध को देखते हुए उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेंज दिया ।इस मामलें में प्रभारी निरीक्षक अवधेश प्रसाद ने कहा कि गांजे के साथ पंडाल गया युवक कर खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर उसका संम्बन्धित धाराओं में चालान कर दिया गया है ।
रेवतीपुर पुलिस को मिली सफलता : अन्तरप्रांतीय तस्कर को दबोचा
सुहवल । रेवतीपुर पुलिस को मिली सफलता 1 किलो 50 ग्राम गांजे के साथ अन्तरप्रांतीय तस्कर को दबोचा । मुकदमा पंजीकृत कर किया चालान ।