गाजीपुर। जिला जेल में कैद विचाराधीन बंदियों जिनको आंखों से संबंधित समस्या है उनके लिए भी स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सजग है। इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत चलाये जा रहे राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत नि:शुल्क जांच एवं ऑपरेशन की योजना बनाई गयी है। इसके अंतर्गत प्रत्येक माह के एक कार्य दिवस पर उनके नेत्रों की जांच की जाएगी वहीं जांच में जो बंदी मोतियाबिंद के रोगी पाए जाएंगे उनका नि:शुल्क ऑपरेशन भी किया जाएगा।
राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ डी पी सिन्हा ने बताया कि यह कार्य शासन के निर्देश पर अप्रैल 2019 से मार्च 2020 तक चलेगा जिसमें जिला अस्पताल के नेत्र सर्जन एवं नेत्र परीक्षण अधिकारी कार्य को संपादित करेंगे।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के पत्र के क्रम में जिन विचाराधीन कैदियों के नेत्रों के उपचार और ऑपरेशन की आवश्यकता होगी उनका नियमानुसार ऑपरेशन राजकीय/एनजीओ चिकित्सालय के माध्यम से कराकर उनके दृष्टि दोष को दूर किया जाएगा।
उन्होने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए नेत्र परीक्षण अधिकारियों और नेत्र सर्जन की ड्यूटी अप्रैल 2019 से मार्च 2020 तक प्रत्येक माह के एक कार्य दिवस के लिए लगाई जा चुकी है।
इस कार्य के लिए जिले में नेत्र सर्जन डॉ धर्मेंद्र कुमार, डॉ स्नेहा सिंह, डॉ रघुनंदन, और नेत्र परीक्षण अधिकारी शंभू शरण सिंह और अंबिका यादव की ड्यूटी लगाई गई है।