ज़मानिया। नगर के कस्बा बाजार स्थित रामलीला मैदान में आयोजित रामलीला में रविवार को धनुष यज्ञ एवं सीता स्वयंवर का मंचन हुआ।
दर्शाया कि राजा जनक ने सीता स्वयंवर के लिए विभिन्न प्रांतों के राजाओं को आमंत्रित किया। सभी राजाओं ने धनुष तोड़ने का प्रयास किया। लेकिन वह धनुष को इंच भर भी हिला नहीं सके। फिर विश्वामित्र ने श्रीराम को आज्ञा देकर भेजा। अंत में श्री राम ने धनुष तोड़ कर सीता से स्वयंवर रचाया। धनुष टूटते ही परशुराम क्रोधित हो उठते हैं। परशुराम-लक्ष्मण संवाद काफी रोचक रहा। श्री राम चंद्र के धनुष तोड़ने ही पूरा पंडाल जय श्री राम, जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा। श्री राम व सीता विवाह के बाद श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को बधाई दी। रामलीला काे देखने के लिए स्थानीय विधायक सुनीता सिंह भी मौजूद रही। समिति के अध्यक्ष जय प्रकाश गुप्ता ने कहा कि किसी भी प्रकार का भ्रम न रखें नगर में 19 तारीख को ही दशहरा मनाया जाएगा। इस मौके पर श्रवण कुमार गुप्ता‚ श्रीकुमार सेठ‚ आशीष कुमार‚ अभय शंकर सोनी‚ गुलाब चन्द्र वर्मा‚ रितेश वर्मा‚ कमलचंद्र जायसवाल‚ जय देव वर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।