गाजीपुर। अब जिले में वसूली करने वाले पत्रकारों की खैर नहीं। एसपी डॉ ईरज राजा के निर्देश पर वसूली के आरोप में पांच लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कर पुलिस तालाश में जुट गई है।
बताते चलें कि नंन्दगंज थाना क्षेत्र के बाईपास स्थित आयुष्मान हास्पिटल के संचालक सत्येन्द्र यादव उर्फ पप्पू ने एसपी डॉ ईरज राजा से शिकायत करते हुए बताया था कि कुछ दिनों पूर्व मेरे हास्पिटल में एक मरी हुई बच्ची पैदा हुई थी। जिसके कुछ ही देर बाद अपने आप को पत्रकार बताते हुए प्रदीप दूबे, विकास सिंह, सुधीर राय, अभिषेक सिंह व आलोक चौबे आकर पैसे की डिमांड करने लगे। जब मेरे द्वारा विरोध किया गया तो उन लोगों ने मेरे हास्पिटल के खिलाफ झूठी, मनगढ़ंत, आधार विहीन खबर चलाकर हास्पिटल को बदनाम किया गया। जबकि आयुष्मान हास्पिटल का रजिस्ट्रेशन सीएमओ कार्यालय में पंजीकृत हैं। उन्होंने बताया कि कुछ माह पूर्व भी इन लोगों के द्वारा मुझे परेशान किया गया था। फिर मेरे द्वारा मजबूर होकर प्रदीप दूबे व अन्य पर फोन -पे आनलाईन के माध्यम से पैसा भी डाला गया जिसका स्क्रीन शॉट प्रार्थना पत्र में संलग्न है। एसपी ने उच्च अधिकारियों को प्रकरण की जांच करने के लिए निर्देशित किया गया। जांचोपरांत नंन्दगंज थाना में प्रदीप दूबे, विकास सिंह, सुधीर राय, अभिषेक सिंह व आलोक चौबे के खिलाफ बीएनएस 2023 के अंतर्गत धारा 191(2) ,308(5) में एफआईआर दर्ज किया गया।
इस एफआईआर दर्ज से 2019 की घटना एक बार फिर ताजा हो गई। उस समय में पांच लोगों के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज हुआ था। जिसमे दो महिलाएं भी शामिल थी। उस समय भी एक जंगीपुर थाना क्षेत्र के एक व्यावसाई ने तत्कालीन एसपी अरविंद चतुर्वेदी से शिकायत किया था कि मुझसे ब्लैकमेल करके पैसे की मांग किया जा रहा है। बरहाल उस समय चार कथित लोगों को पुलिस ने दबोचकर जेल भेज दिया था।