धूमधाम से मना 42 वां वार्षिकोत्सव

धूमधाम से मना 42 वां वार्षिकोत्सव

मरदह(गाजीपुर)। माता तपेश्वरी शिक्षण संस्थान का 42 वां वार्षिकोत्सव धूमधाम व हर्षोउल्लास के साथ गुरूवार को मनाया गया।

इस मौके पर विद्यालय के छात्र छात्राओं ने सरस्वती, गणेश वंदना, स्वागत गीत, क्रियात्मक, भाव, लोकगीत, भजन, बांसुरी वादन, शिव ताण्डव, राम मंदिर गीत, एकांकी, वन्दे-मातरम, महिषासुर मर्दिनी, शारीरिक योगा, हरन डांस, मदर थीम, फादर थीम, फोक डांस, ही पाॅप साॅग, पैट्रियाटिक साॅग सहित विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जो दर्शकों को खूब भावविभोर किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री मनोज सिन्हा व विशिष्ट अतिथि एमएलसी केदारनाथ सिंह ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कार्यक्रम का शुभारम्भ किया तथा अपने संबोधन में कहा कि किसी भी ताले को खोलने के लिए शिक्षा रूपी कुंजी सफल व सहायक है। शिक्षा हर व्यक्ति की जरूरत है जो व्यक्ति शिक्षा से वंचित रह जाएगा वह पशु के समान होगा। शिक्षा से ही सर्व समाज का सार्वगींण उत्थान व विकास संभव है। जरूरत है हर व्यक्ति जागरूक होकर शिक्षा को और प्रभावी बनाने पर बल दे। क्योंकि शिक्षा हर व्यक्ति के जीवन का अनमोल रत्न है। आगे एमएलसी केदारनाथ सिंह कहां कि इस ग्रामीण अंचल के इस विद्यालय में ऐसे कार्यक्रम से यह प्रतीत होता है कि  छात्र छात्राएँ सर्व गुण संपन्न है इस तरह आयोजन से इनका बौद्धिक, शारीरिक, मानसिक, सांस्कृतिक विकास होता है। शिक्षा के साथ ही छात्र छात्राओं के अंदर अच्छे संस्कार होना चाहिए तभी संस्कारवान बन कर देश के विकास में सहायक बनेंगे। इस मौके विद्यालय संस्थापक व प्रधानाचार्य जितेन्द्रनाथ पाण्डेय के द्वारा मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि  का माल्यार्पण व स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर भानुप्रताप सिंह, सुनील सिंह, मनोज सिंह, प्रबंधक कलावती सिंह, अध्यक्ष पूर्व प्रमुख दीनानाथ सिंह, लल्लन सिंह, पन्नालाल पटवा, चन्द्रभान सिंह, अखिलेश राय, प्रवीण पटवा, प्रभाशंकर पाण्डेय कल्लू, प्रेमनरायण सिंह, राजन सिंह, रणधीर सिंह, शशीधर सिंह, प्रह्लाद सिंह, विजयनरायण मिश्र, डां अशोक कुमार सिंह, अनिल सिंह, अमरजीत सिंह, हरिप्रसाद पाण्डेय, धनंजय चौबे, डां विनय पाण्डेय, राकेश तिवारी, सुबेदार यादव, मनोज कुमार सिंह, अरविंद सिंह, पारसनाथ राय, श्यामराज तिवारी, उदयनारायण सिंह, सर्वानंद सिंह, डां अशोक कुमार सिंह, लालजी सिंह, बासुदेव यादव, शैलेश राम आदि लोग मौजूद रहे। अंत में सभी के प्रति आभार जितेन्द्रनाथ पाण्डेय ने व्यक्त किया।

शिव ताण्डव प्रस्तुत करती बच्चीयाँ