जमानियां। विकास खंड के बडेसर, टिसौरा एवं लहुआर गांव का बुधवार को सीडीओ ने अवचक निरीक्षण किया। टिसौरा गांव में गौ- आश्रय केन्द्र खोलने के लिए जमीन का निरीक्षण किया तो वही बडेसर गांव में बनवासी बस्ती में जाने के लिए सड़क निर्माण, अधूरे पड़े मुख्यमंत्री आवास का निरीक्षण किया। जिससे कर्मचारियों में हडकंप मचा रहा।
सीडीओ अपने मातहतों के साथ लहुआर गांव पहुंचे जहां ग्रामीणों ने बताया कि यहां 5 आंगनबाडी केन्द्र है लेकिन एक भी भवन नही है। जिस पर सीडीओ हरीकेश चौरसिया ने ग्राम प्रधान को भवन के लिए प्रस्ताव बन कर भेजने का निर्देश दिया। वही ग्राम समाज की खाली पड़ी 5 बीघा जमीन पर सागौन का पेड़ लगाने का प्रस्ताव उनके समक्ष रखा। जिस पर उन्होंने कहा कि यह सराहनीय कार्य है और आने वाले समय में इससे ग्राम पंचायत के आय में बढ़ोत्तरी होगी। वही उन्होंने अधूरे पड़े पौलिटेक्निक कॉलेज को विभागीय अधिकारियों से वार्ता कर पूर्ण कराने का आश्वासन दिया। जिसके बाद उनका काफिला टिसौरा गांव स्थित कृषि फार्म पहुंचा। जहां उन्होंने गौ-वंश आश्रय केन्द्र खोलने के लिए कृषि विभाग की जमीन को देखा और बताया कि कृषि विभाग के अधिकारियों से वार्त की जाएगी। यदि सहमति मिल जाती है तो नि:आश्रित गौ-वंश आश्रय स्थल का निर्माण कार्य काराया जाएगा। अन्यथा किसी अन्य ग्रामी सभा में साढे तीन हेक्टर जमीन की तलाश कर उस स्थान पर स्थाई गौ-वंश आश्रय स्थल खोला जाएगा। इसके बाद सीडीओ बडेसर गांव पहुंचे जहां बनवासी बस्ती में रास्ता न होने पर नाराजगी व्यक्त की और उपस्थित खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि गुरूवार को हर हाल में पुलिस एवं राजस्व विभाग की टीम के साथ चकरोड की नापी करा कर निर्माण कार्य कराया जाए। वही बनवासी बस्ती में झोपडी को देख उनके भौंवे तन गयी और उन्होंने मख्यमंत्री आवास के तहत निर्माण कराने का निर्देश दिया और अधूरे पड़े आवास को विकास खंड के अधिकारियों की देख रेख में बनाने का निर्देश दिया। इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी हरी नरायण, ग्राम विकास अधिकारी मनोज यादव, लकी सिंह, ग्राम प्रधान नवीन कुमार, शशी यादव, इंदल राम, अजय मौर्य आदि मौजूद रहे।