8 अक्टूबर को मनाया जायेगा 21 वां विश्व दृष्टि दिवस

8 अक्टूबर को मनाया जायेगा 21 वां विश्व दृष्टि दिवस

ग़ाज़ीपुर। प्रत्येक वर्ष अक्टूबर के दूसरे बृहस्पतिवार को यानि 8 अक्टूबर को विश्व दृष्टि दिवस मनाया जाता है । इस क्रम में जनपद में भी सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर विश्व दृष्टि दिवस मनाया जाएगा। इस वर्ष 21 वां विश्व दृष्टि दिवस मनाया जाएगा। जिसकी थीम ‘होप इन साइट’ रखी गई है।

नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ डीपी सिन्हा ने बताया कि इस दिवस के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस दिवस पर राष्ट्रीय दृष्टिहीन नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जनपद के नेत्र परीक्षण अधिकारी के द्वारा समस्त प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें मरीजों की आंखों की जांच एवं संबन्धित बीमारी से बचाव के लिए जानकारी दी जाएगी। मरीजों की जांच उपरांत नि:शुल्क मोतियाबिंद के इलाज के लिए स्क्रीनिंग भी की जाएगी।
राष्ट्रीय दृष्टिहीन नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत कई तरह के प्रचार प्रसार के निर्देश दिए गए हैं जिस क्रम में आहार में अधिक से अधिक हरी सब्जियां और पीले और लाल फल शामिल करें। धूम्रपान न करें, अपनी आंखों की रक्षा के लिए पैराबैगनी किरण से बचाव के लिए धूप के चश्मे लगाएं। खतरनाक काम के दौरान सुरक्षा चश्मे या सुरक्षात्मक चश्मे का उपयोग करें। स्वच्छता का ध्यान रखें । अपनी आंखों को रगड़ने से पहले अपनी आंखों को छूने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लें। नियमित नेत्र जांच के लिए जाएं आंखों की बीमारियों के लिए बिना डॉक्टर से सलाह के दवाओं से बचें। नियमित रूप से व्यायाम करें। नियमित व्यायाम से न केवल शरीर फिट रहता है बल्कि आंखों को भी फायदा पहुंचता है। इसके साथ ही कंप्यूटर स्क्रीन से दूरी बनाए और कम से कम 20 सेकंड के लिए 20 फुट दूर देखने के बाद हर 20 मिनट में अपनी आंखों को आराम दें ।
डॉ सिन्हा ने बताया कि आंखें कुदरत का दिया हुआ अनमोल तोहफा है। उन्हीं की बदौलत इस संसार की खूबसूरती को देख पाते हैं। आंखों की कीमत उनसे पूछो जिन्हें कम दिखता है या जो लोग देख ही नहीं सकते हैं। आंखों की सुरक्षा को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसके लिए बताए गए परामर्श को अमल में लाकर अपनी आंखों को सुरक्षित कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि छोटे बच्चों को नुकीले खिलौनों से दूर रखें और नौ माह से पाँच साल तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक अवश्य पिलाएं।