विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का हुआ शुरूआत

विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का हुआ शुरूआत

गाजीपुर। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान सोमवार से शुरू होकर 31 मार्च तक गाज़ीपुर सहित पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा। जिले में इसकी शुरुआत नगर पालिका अध्यक्ष सरिता अग्रवाल द्वारा बड़ी बाग स्थित काशीराम आवास में संचारी रोग नियंत्रण अभियान की रैली को हरी झंडी दिखाकर की गयी । यह कार्यक्रम मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जी सी मौर्य की अध्यक्षता में किया गया।
इस अवसर पर अध्यक्ष सरिता अग्रवाल ने कहा कि यह अभियान साल में तीन बार लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित किया जा रहा है जिससे वातावरण को साफ कर रोगों से बचाव किया जा सके। उन्होंने बताया कि पिछले चार सालों से चल रहे इस अभियान के चलते संचारी रोगों से पीड़ित लोगों की मृत्यु दर में कमी आई है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जी सी मौर्य ने कहा कि यह अभियान जनपद के कई विभागों के सहयोग से चलेगा जिसमें सभी विभागों की अपनी – अपनी भूमिका है। सभी विभागों का उद्देश्य एक है कि संचारी रोग पर नियंत्रण पाया जा सके। इसके लिए आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दस्तक अभियान (10 मार्च से 24 मार्च) के तहत घर-घर जाकर दस्तक देने का अभियान चलेगा। अभियान में अंतिम व्यक्ति तक पहुंच कर समुदाय में क्षय रोग और अन्य रोगों से पीड़ित मरीजों को खोज कर उसका इलाज कराना है । साथ ही इस दौरान जन्म और मृत्यु की भी जानकारी एकत्र कर उनका रजिस्ट्रेशन किया जा सके।
नोडल अधिकारी डॉ डीपी सिन्हा ने बताया कि मच्छर अक्सर पानी के तालाबों में या एकत्रित पानी मे रहते हैं। संक्रमण के बाद विषाणु मनुष्य के मस्तिक एवं रीढ़ की हड्डी सहित केंद्रीय नाड़ी तन्त्र में प्रवेश कर जाते है। उन्होने कहा कि शुरूआत में फ्लू जैसी बीमारी के लक्षण के साथ बुखार आना, ठंड लगना, थकान महसूस होना, सिर दर्द, उल्टी आना तथा घबराहट हो सकती है। इलाज के अभाव में आगे चलकर उपरोक्त लक्षण 30 प्रतिशत से अधिक होने पर इंसेफ्लाइटिस का रूप धारण कर सकता है। उन्होने बताया कि अभियान के तहत लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाएगा।
रोकथाम :- बरसात के दिनों में कूलर, छत पर पड़े टूटे-फूटे सामान में पानी एकत्रित न होने दें । घर के आस-पास कोई टूटी या खुली नाली है तो उसे साफ एवं ढक कर रखें जिससे इनमें पनपने वाले मच्छरों व अन्य कीटाणुओं को रोका जा सके । खुले में शौच नहीं जाना चाहिए इससे अनेक कीटाणु व विषाणु हवा में फैल कर इन रोगों को जन्म देते हैं । संचारी रोगों से बचाव के लिए घर एवं घर के बाहर स्वच्छता होना अति आवश्यक है जिससे मलेरिया एवं डेंगू जैसे खतरनाक रोगों से बचा जा सके। संचारी रोगों जैसे मलेरिया ,फाइलेरिया, डेंगू जोकि एडीज नामक मच्छर से पनपता है । दिमागी बुखार या मस्तिष्क ज्वर जैसा खतरनाक रोग हो सकता है अतः इससे बचाव करना चाहिए । सभी को स्वच्छ एवं ताजा भोजन करना चाहिए। रात को मच्छरदानी लगा कर सोना चाहिए। पूरी बाजू के वस्त्रों का प्रयोग करना चाहिए। इस प्रकार हम न केवल अपना बल्कि बच्चों के स्वास्थ्य का भी हर ऋतु एवं मुख्य रूप से ऋतु परिवर्तन के समय में भली प्रकार ध्यान रखते हुए अपने समाज को स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।
इस अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) सोना सिंह के साथ ही संबंधित विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन एसीएमओ डॉ केके वर्मा ने किया।