गाजीपुर। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग गर्भवती, धात्री और बच्चों को सुपोषित करने के लिए पूर्व में जहां पुष्टाहार का वितरण किया जाता रहा है। वहीं अब उन्हें सूखा राशन वितरित किया जा रहा है। लाभार्थियों को स्वयं सहायता समूह के माध्यम से अनाज व चना दाल और रिफाइंड तेल का वितरण किया जा रहा है। इसी क्रम में जनपद में सूखा राशन वितरण के लिए मार्च में चने की दाल का आवंटन किया गया है जिसे जनपद के 582 स्वयं सहायता समूह के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों तक पहुंचा कर लाभार्थियों में बांटने का कार्य किया जा रहा है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पांडे ने बताया कि लाभार्थियों में वितरण के लिए शासन की तरफ से चने की दाल का आवंटन जनपद को किया गया है जिसमें से छः माह से तीन वर्ष के लाभार्थी को एक किलो, गर्भवती व धात्री महिला को एक किलो, अति कुपोषित बच्चों को दो किलो, तीन से छः वर्ष के बच्चों को 500 ग्राम चना दाल का वितरण किया जाना है जिसको लेकर सभी ब्लाकों पर इसको भेज दिया गया है। वहां से स्वयं सहायता समूह के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों को वितरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जनपद में छः माह से तीन वर्ष के करीब 1.38 लाख बच्चे, 71670 गर्भवती व धात्री महिलाएं, सैम-मैम बच्चों की संख्या 3100 के अलावा तीन से छः वर्ष के 64513 बच्चे विभाग के द्वारा रजिस्टर्ड किए गए हैं जिन्हें इस योजना का लाभ दिया जा रहा है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि सभी राशन का वितरण स्वयं सहायता समूह की महिला, आंगनबाडी और ग्राम सभा के एक व्यक्ति के देखरेख में वितरण किया जाएगा। इसके साथ ही सभी लाभार्थियों का मोबाइल नंबर और आधार नंबर मंगाया जा रहा है।
बाल विकास परियोजना मुहम्मदाबाद की बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) सायरा परवीन ने बताया कि इस ब्लाक में 282 आंगनबाड़ी केंद्र हैं और राशन बांटने के लिए 31 स्वयं सहायता समूह लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों पर राशन का वितरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को पंकज स्वयं सहायता समूह करमचंदपु, सबरी स्वयं सहायता समूह चक मोलना, सावित्रीबाई फुले शाहबाज कुली, अंबेडकर महिला फिरोजपुर, पंकज स्वयं सहायता समूह इचौली, माया मिशन दौलताबाद, जय भीम सुल्तानपुर के द्वारा 63 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए एक किलो के 3520 पैकेट, 500 ग्राम के 798 पैकेट चना दाल का वितरण किया गया है। उन्होंने बताया कि इस ब्लॉक में छः माह से तीन वर्ष के लाभार्थी 10,184, 5363 गर्भवती व धात्री महिलाएं, 540 अति कुपोषित, तीन से छः वर्ष के बच्चों की संख्या 3550 है।