ट्रेनों के पुनः ठहराव की मांग गहमर में शुरू हुआ आन्दोलन

ट्रेनों के पुनः ठहराव की मांग गहमर में शुरू हुआ आन्दोलन

गहमर(गाजीपुर)। स्थानीय स्टेशन पर रेल ठहराव को लेकर हो रहे आंदोलन के क्रम में पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार रविवार को गहमर स्टेशन पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर ट्रेनों के पुनः ठहराव की मांग की। इस प्रदर्शन में पूर्व सैनिकों, ग्रामीणों और महिलाओं ने प्रदर्शन कर रेल विभाग को चेताया कि अगर ठहराव नही हुआ तो आर पार की लड़ाई होगी।

गौरतलब हो कि गहमर स्टेशन पर कोरोना काल के समय लगभग 19 जोड़ी ट्रेनों का ठहराव खत्म कर दिया गया है। जो लॉकडाउन खुलने के बावजूद ट्रेनों का ठहराव ना होने के कारण यहां से यात्रा करने वाले यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रेल ठहराव आंदोलन समिति के सदस्यों के द्वारा पूर्व में कई बार रेल अधिकारियों क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को अवगत कराते हुए रेल ठहराव की मांग की गई लेकिन नतीजा सिफर रहा। रविवार को हो रहे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में उद्योग व्यापार मंडल गहमर, सेवराई के सभी व्यापारियों ने भी अपनी प्रतिष्ठानों को बंद रखते हुए धरने को समर्थन किया। धरना को संबोधित करते हुए सैनिक संगठन के कोषाध्यक्ष शिवानंद सिंह ने कहाकि कोरोना काल का हवाला देकर यह सरकार गहमर के साथ भेदभाव कर रही है। कई बार लोगो द्वारा पत्रक देकर ट्रेन ठहराव को लेकर मांग की लेकिन यह सरकार अगर धरना प्रदर्शन के बातों को मानती तो दिल्ली में 8 महीनों से चल रहा किसानों का धरना की मांगे पूरी हो गई होती।
इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य विमला गुप्ता, राकेश यादव, दुर्गा चौरसिया, मार्कण्डेय सिंह, हेराम सिंह, राज कुमार सिंह, अमजद हुसैन, पूर्व प्रधान मुरली कुशवाहा, सुधीर सिंह, कुणाल सिंह, प्रशांत सिंह, अखंड प्रताप सिंह, मिथिलेश सिंह, आनंद मोहन सिंह, अमित सिंह ,पिंटू सिंह, मिट्ठू खान, तौकीर खान, अकबर खान, नरेंद्र गुप्ता, शिव जी, गुड्डू अग्रहरि, मनीष सिंह बिट्टू, शाहिद खान सहित क्षेत्र के भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।

धरना में पहुॅचे पूर्व मंत्री प्रतिनिधि मन्नू सिंह

धरना प्रदर्शन को समर्थन करते हुए पूर्व पर्यटन मंत्री ओम प्रकाश सिंह के प्रतिनिधि मन्नू सिंह ने कहा कि इस शासन में स्टेशन बेच दिए गए ट्रेनो को बेच दिया गया फिर रेल मंत्री को जरूरत क्या है। गहमर किसी का कभी अपमान नही किया है लेकिन इसको अपमान करने वाले को छोड़ने का भी काम नही किया है। जितना पूरे गाजीपुर जनपद में फोर्स नही होगी उससे कही ज्यादा यहाँ जवान हैं। इस लड़ाई में जो भी शामिल हो रहा है उसके लिए यह गर्व और सम्मान की बात होगी। रेल प्रशासन को चेताते को कहाकि हम कानून अपने हांथ में नही ले रहे हैं हम संवैधानिक तरीके से लड़ रहे हैं अगर हमारी बात नही सुनी जाएगी तो यह रास्ते भी मेरे है और यह जमीन भी मेरा है अगर मेरी ट्रेन नही रुकी तो आपकी राजधानी को रोक देंगे।

धरने में क्षेत्रीय विधायक का न पहुॅचना बना चर्चा का विषय

गहमर में हो रहे रेल ठहराव आंदोलन के तहत जहां हर पार्टी कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि अपने उपस्थिति दर्ज करवा रहा है वही बगल में आवास होने के बावजूद क्षेत्रीय विधायक सुनीता सिंह का ना पहुंचना लोगों में चर्चा का विषय बना रहा।
गौरतलब हो कि पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार रेल ठहराव संघर्ष समिति के सदस्यों के आवाहन पर स्टेशन परिसर में भारी जन सैलाब के साथ अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन रविवार से शुरू किया गया। जिसमें क्षेत्र के ग्राम प्रधान, पूर्व ग्राम प्रधान, जिला पंचायत सदस्य एवं अनेक क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हुए संघर्ष समिति को समर्थन किए लेकिन बगल में आवास होने के बावजूद क्षेत्रीय विधायक सुनीता सिंह का इस धरना प्रदर्शन को समर्थन ना करना अथवा उनका उपस्थित ना होना लोगों में चर्चा का विषय बना रहा।