गहमर(गाजीपुर)। गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण स्थानीय गांव के लोगो को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। विगत दिनों से लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण कामाख्या धाम रेवतीपुर बाईपास मार्ग जलमग्न हो गया। जिससे हसनपुरा, नागदिलपुर, रेवतीपुर आने जाने का संपर्क पूरी तरह से बन्द हो गया है। सबसे ज्यादा परेशानी पशुपालकों को हो रही है।
पशुओं के चारे की फसल डूब जाने के कारण मवेशियों के लिए चारा की समस्या उत्पन्न हो गई है। दूसरी तरफ गहमर गांव के उस पार दीयर के किसान अपने मवेशियों एवं सामान के साथ गांव नहीं आ पा रहे हैं। टीवी रोड से गंगा घाट की तरफ जाने वाला मार्ग भैरवराय मुहल्ले के आगे पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। ऐतिहासिक हनुमान चबूतरा मैदान में बाढ़ का पानी अब घुसना शुरू हो गया है। वही हनुमान चबूतरा के पास बसी चौहान बस्ती चारों तरफ से पानी से गिर गई है। बाढ़ का पानी उनके घरों में प्रवेश करने स्थिति में आ रहा है। वही दूसरी तरफ कर्मनाशा भी कहर बरपा रही है। कर्मनाशा के बाढ़ से भतौरा, मनिहर बन स्थित राजभर बस्ती, सायर,पकवलिया, राजमल बांध आदि गांव के लोग काफी परेशान हैं। गंगा के जल स्तर में हो रही तेजी से बृद्धि से गांव के हर घाटों पर स्थिति काफी खराब हो गई है। बाढ़ का पानी अब नरवा घाट की कुल 64 सीढ़ियों को अपनी आगोश में लेने वाला है। लगभग यही स्थिती गहमर सोझवा, पंचमुखी, बाघनारा, मठिया आदि घाट की है। कटान काफी तेजी से शुरू हो गया है। तटवर्ती मल्लाह बस्ती के लोगो ने बताया कि विगत 24 घंटे में लगभग ढाई से तीन फीट पानी बढ़ा है।