जमानियां। जमीनी विवाद में प्रार्थना पत्र देने के बाद स्थिति के बारे में जानकारी लेने पहुंचा बृद्ध की शुक्रवार की सुबह मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्ज़े में लेकर पीएम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया।
मामला कोतवाली क्षेत्र के बेटाबर कला गांव का है। उमाशंकर कुशवाहा (60) एक सप्ताह पूर्व जमीनी विवाद में प्रार्थना पत्र लेकर कोतवाली पहुंचे थे। पुलिस ने प्रार्थना पत्र रख लिया और उसे वापस भेज दिया। 2 तारीख की सुबह कोतवाली से फोन आया और उसे कोतवाली बुलाया गया। जहां उसे दोपहर 2 बजे से थाने में बैठा दिया गया। छोटे भाई की लड़की अनुष्का सिंह ने बताया कि स्कूल से घर पहुंचने के बाद शाम करीब 5 बजे बड़े पापा को फोन किया गया तो उन्होंने बताया कि वे थाने में है और कोतवाल साहब से मिल कर घर आ जाऐंगे। जब उनका फोन नहीं आया तो उन्होंने फिर 7 बजे फोन किया। तो बड़े पापा ने बताया कि थाने में कम्बल मिला है कोई चिंता की बात नहीं है। जिसके बाद परिवार के लोग थाने में सुरक्षित होने की बात सुनकर संतुष्ट हो गये। बताया कि इसके बाद शुक्रवार की सुबह करीब 7 बजे मेरे पापा ओम प्रकाश कुशवाहा के मोबाइल पर फोन आया कि आपके बड़े भाई बीमार थे और सड़क के किनारे पड़े मिले है। जिसको जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया है। अस्पताल चले जाइये। जहां पहुंचने पर पता चला कि उनकी मौत हो गई है। परिजनों का आरोप है कि कोतवाली में उनकी मौत हुई और पुलिस ने सूचना नहीं दी। मौत को छुपाने के लिए उन्हें सड़क के किनारे रख दिया गया और मनगढ़ंत कहानी बना रहे है। परिवार के लोग मृतक की पत्नी शशी देवी के साथ शनिवार की सुबह क्षेत्राधिकारी से मिलने पहुंचे जहां वे मौजूद नहीं थे। जिसके बाद परिजनों ने संपूर्ण समाधान दिवस पर प्रार्थना पत्र दिया और उपजिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई।
इस संबंध में एसडीएम भारत भार्गव ने बताया कि कोतवाली में वृद्ध उमाशंकर कुशवाहा की मौत का मामला आया था। वृद्ध का पीएम हो चुका है रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद क्षेत्राधिकारी को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दे दिया गया है। संभवत: वृद्ध की मौत ठंड लगने से हुई है।
कोतवाल संपूर्णानंद राय ने बताया कि वृद्ध व्यक्ति कोतवाली नहीं आया था। फरियादी को कोतवाली में बैठाने का कोई औचित्य ही नहीं है। लोगों ने सूचना दिया कि एक वृद्ध दरौली रोड़ के पास स्थित चबूतरे के पास तड़फड़ा रहा है। जिसे चिकित्सालय भेजवाया गया। जहाँ उसकी मौत हो गई। पीएम रिपोर्ट में मौत की स्थिति नार्मल है तथा विसरा परीक्षण के लिए सुरक्षित रख लिया गया है।