
रेवतीपुर। डेढ़गावां गांव के प्राचीन शिवाला मंदिर परिसर में बीते शनिवार की देर शाम सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महायज्ञ का भव्य शुभारंभ हुआ। उद्घाटन के अवसर पर जलभरी कलश शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें गांव के सैकड़ों महिला, पुरुष, बच्चे श्रद्धा और उल्लास के साथ शामिल हुए।
भक्ति गीतों पर झूमते श्रद्धालुओं और गगनभेदी जयकारों से वातावरण पूरी तरह भक्ति और आस्था से सराबोर हो गया। इस दौरान बाल कलाकारों द्वारा प्रस्तुत झांकियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के पहले दिन प्रसिद्ध कथावाचक बृजेश पांडे जी ने कथा आरंभ की और कहा कि श्रीमद्भागवत कथा महायज्ञ जैसे आयोजन हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को जीवित रखते हैं। उन्होंने बताया कि यह कथा प्रतिदिन शाम 6 बजे से 9 बजे तक चलेगी जिसमें श्रीकृष्ण की लीलाओं, बाल्यकाल की शिक्षाओं और सनातन धर्म के मूल सिद्धांतों का व्याख्यान किया जाएगा। कथावाचक बृजेश पांडे ने कहा, “जब-जब पृथ्वी पर अधर्म और अन्याय बढ़ता है, तब-तब प्रभु अवतार लेते हैं। इन कथाओं के माध्यम से हमें नश्वर भोगों से ऊपर उठकर ईश्वर की ओर अग्रसर होना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से सनातन धर्म की एकता, सामाजिक समरसता और आध्यात्मिक चेतना को बल मिलता है। इस अवसर पर अधिशासी अभियंता विद्युत संजय कुमार राय, कृषि वैज्ञानिक वीरेंद्र राय, अविनाश राय दीपक, बुच्चा राय, धीरज, रणजीत यादव, राधा खरवार, मुन्नी लाल गुप्ता, श्रवण गुप्ता, त्रयंबक नारायण ओझा, केदार उपाध्याय, लालमुनी देवी, पिंकी देवी, रेखा राय, आशा राय, पिंटू समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कथा महायज्ञ के आयोजन से पूरे गांव में आध्यात्मिक ऊर्जा और उत्सव जैसा माहौल बना हुआ है, और आयोजकों की ओर से श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं।