
जमानियां। रेवतीपुर ब्लॉक क्षेत्र के अंतर्गत मंगलवार को न्याय पंचायत स्तरीय शिक्षक संकुल की मासिक उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन ब्लॉक के सभी आठ न्याय पंचायतों में स्थित विद्यालयों पर किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) अशोक कुमार गौतम ने किया। इस कार्यशाला में सभी एआरपी, प्रधानाध्यापक, शिक्षक संकुल, सहायक, शिक्षा मित्र व अनुदेशक सम्मिलित हुए।
बीईओ अशोक कुमार गौतम ने कार्यशाला के दौरान शिक्षकों को नए शैक्षिक सत्र में पारदर्शिता और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने निर्देश दिया कि नवीन नामांकन, रेमेडियल क्लासेज, प्रारंभिक आकलन और कक्षा एक की बारह सप्ताहीय कार्य योजना को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। बीईओ ने दो टूक चेतावनी दी कि शासन व विभागीय योजनाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही या हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि किसी स्तर पर शिकायत मिली तो संबंधित शिक्षक या अधिकारी के विरुद्ध सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इस सख्त संदेश के बाद शिक्षकों में हलचल देखी गई। कार्यशाला में बीईओ ने कहा कि छात्रों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए रेमेडियल क्लासेज, होलिस्टिक रिपोर्ट कार्ड, तथा समग्र प्रगति पत्र को प्राथमिकता दी जाए। कक्षा 1 से 8 तक के सभी छात्रों का डेटा प्रेरणा पोर्टल पर भरने का कार्य एक सप्ताह के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि वे स्वयं इस कार्य की औचक मॉनिटरिंग करेंगे। बीईओ ने मिशन शक्ति फेज-5 के तहत बेटियों की शिक्षा और सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि बेटी साक्षरता बढ़ाने के लिए शिक्षकों को सक्रिय भूमिका निभानी होगी। विद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता को सुधारने के लिए उन्होंने पांच प्वाइंट टूल किट, शिक्षक प्रशिक्षण मॉड्यूल, टीएलएम, बच्चों द्वारा किए गए कार्यों, तथा मासिक प्राथमिकताओं से संबंधित योजनाओं पर रणनीति बनाने के निर्देश दिए।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित
कार्यशाला में प्रवीण शुक्ला, संत कुमार गुप्ता, कवींद्र कुमार, अंजनी मिश्रा, संजय राय, पारस यादव, जय प्रकाश, सत्य प्रकाश, डेजी शर्मा, तारकेश्वर चौरसिया, रामानुज प्रसाद, भगवती प्रसाद तिवारी, प्रेम उपाध्याय, नरेंद्र गुप्त, इकबाल अंसारी, राज कुमार सिंह, विनोद सिंह, सुशील वर्मा समेत अन्य शिक्षक व स्टाफ मौजूद रहे। कार्यशाला के अंत में बीईओ ने सभी शिक्षकों से आह्वान किया कि वे टीम भावना के साथ कार्य करते हुए बच्चों के सर्वांगीण विकास और शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने में योगदान दें।