जमानियां। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लगातार आठवीं बार वित्त वर्ष 2025-26 का केंद्रीय बजट प्रस्तुत किया। अर्थशास्त्री एवं हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जमानियां के पूर्व प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे समग्र और संतुलित बताया। उन्होंने कहा कि यह बजट मध्यम वर्ग, किसानों और बुजुर्गों को राहत प्रदान करने वाला है।
इस बजट में 12 लाख रुपये तक की वार्षिक आय पर कोई आयकर नहीं लगेगा। साथ ही स्टैंडर्ड डिडक्शन जोड़ने के बाद 12.75 लाख रुपये तक की आय पूरी तरह कर मुक्त होगी। बुजुर्गों को अतिरिक्त कर राहत दी गई है, साथ ही विदेशी आय पर टैक्स में भी छूट दी गई है। मोबाइल, एलईडी टीवी, कुछ दवाएं और मेडिकल उपकरण सस्ते किए गए हैं। देश में बने कपड़े सस्ते होंगे, लेकिन बुने हुए कपड़े महंगे होंगे। नई तकनीक से बने मध्यम वर्ग के उपभोक्ता सामानों की कीमतें भी घटी हैं। हालांकि, स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव को देखते हुए तैयार खाद्य पदार्थ महंगे कर दिए गए हैं। किसानों के लिए कृषि लोन की प्रक्रिया सरल कर दी गई है, जिससे वे आसानी से कर्ज प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा, बिहार के लिए विशेष योजनाएं भी घोषित की गई हैं, जिससे वहां के किसानों और उद्यमियों को लाभ होगा। बजट के प्रभाव को लेकर डॉ. अनिल कुमार सिंह ने कहा कि सेंसेक्स में 746 अंकों की बढ़त इस बजट की सफलता को दर्शाती है। उन्होंने इस बजट को देश की आर्थिक प्रगति को गति देने वाला और 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को साकार करने में सहायक बताया।