सेवानिवृत्त राधेश्याम राम को महाविद्यालय परिवार ने दी शानदार विदाई

सेवानिवृत्त राधेश्याम राम को महाविद्यालय परिवार ने दी शानदार विदाई

जमानियां।स्टेशन बाजार स्थित हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय के कर्मचारी राधेश्याम राम बंगाली शनिवार 31.7.2021 को 36 वर्ष 10 माह 02 दिन की सेवा के पश्चात सेवानिवृत्त हुए।

महाविद्यालय परिवार ने प्राचार्य डॉ.शरद कुमार की अगुवाई में एक शानदार विदाई समारोह कार्यक्रम आयोजित किया।महाविद्यालय के प्राचार्य व राजनीतिशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ मदन गोपाल सिन्हा ने संयुक्त रूप से अंग वस्त्रम तथा स्मृति चिन्ह देकर बंगाली को सम्मानित किया तो पूरा हाल तालियों से गूंज उठा। प्राचार्य ने अपने संबोधन में राधेश्याम राम को महाविद्यालय परिवार के लिए कर्तव्यनिष्ठ सिपाही बताया।विभिन्न भूमिकाओं में बंगाली के सेवा निष्ठा को याद करते हुए कहा कि आपकी कमी कभी पूरी नहीं की जा सकती। हम आपके सुखमय एव स्वस्थ जीवन हेतु प्रभु से प्रार्थना करते हैं।
संस्कृत विभाग की अध्यक्ष डा विमला देवी हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री रसायन विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ अरुण कुमार इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ संजय कुमार सिंह लेखाकार सत्य प्रकाश सिंह ने अपने वरिष्ठ कर्मचारी को वस्त्र छाता पोथी व जीवन में काम आने वाली तमाम वस्तुएं भेट कर बंगाली जी के सुखी जीवन हेतु ईश्वर से प्रार्थना की।खास बात यह रही कि राधेश्याम राम अपने बरूईन निवास से महाविद्यालय परिसर तक गाजे बाजे के साथ आए और महाविद्यालय परिवार ने उन्हें मुख्य मार्ग तक सम्मान विदा किया।इस अवसर पर डा मातेश्वरी प्रसाद सिंह डा संजय कुमार राय डा प्रदीप कुमार डा अरुण कुमार सिंह असिस्टेंट प्रोफेसर हिन्दी बिपिन कुमार पुस्तकालयाध्यक्ष मनीष कुमार सिंह मनोज कुमार सिंह राकेश चौबे मुन्ना राम बलिराम सिंह कमलेश प्रसाद राजेश कुमार दिग्विजय सिंह बीरेंद्र कुमार राय राजभर संतोष कुमार शर्मा रवि उद्यान पेंगुला प्रासर सहित महाविद्यालय परिवार के प्राध्यापक कर्मचारी सहित ग्राम सभा बरूई न के नागरिक सहित राधेश्याम राम के परिवार के सदस्य गण व मित्र शुभचिंतक उपस्थित रहे।समारोह का संचालन हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री ने तथा अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ शरद कुमार ने किया।प्रत्यक्ष दर्शियों ने कहा कि इतनी शानदार विदाई अभी तक इस क्षेत्र में किसी कार्मिक की नहीं हुई थी।