कांग्रेस के स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं में दिखा उत्साह

कांग्रेस के स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं में दिखा उत्साह

गाजीपुर। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 136 वें स्थापना दिवस के अवसर पर सोमवार को समस्त कांग्रेस जन जिला कांग्रेस कार्यालय पर एकत्रित होकर कांग्रेस पार्टी का झंडा फहराए एवं राष्ट्रगान गाकर कांग्रेस पार्टी के उद्देश्य का शपथ लिया गया।

तत्पश्चात जुलूस के रूप में महात्माओं एवं स्वतंत्रता सेनानियों को माल्यार्पण हेतु जुलूस शहर में निकलें ही थे कि पुलिस ने समस्त कांग्रेस जनों को गिरफ्तार कर लिया। वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार इतनी डरी हुई है कि लोकतांत्रिक तरीके से हाथ में तिरंगा लिए कांग्रेस जनों का शांति पूर्ण प्रदर्शन भी इन्हें नागवार लग रहा है और पुलिस प्रशासन के बल पर ये गरीब किसानों, आम नागरिकों के आक्रोश और काँग्रेस के प्रदर्शन को दबाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसकी कांग्रेस पार्टी घोर निंदा करती है।

इस अवसर पर प्रदेश सचिव राहुल राजभर ने कांग्रेस पार्टी की स्थापना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि काँग्रेस पार्टी की स्थापना 1857 के विद्रोह के बाद सन 1885 में हुई थी, अपने स्थापना काल से ही कांग्रेसी देश की जनता के पक्ष में सुधारवादी आंदोलन के रूप में प्रयास शुरू किए, सन 1911 में बाल गंगाधर तिलक ने पहली बार महाराष्ट्र में जो सौराष्ट्र प्रदेश का हिस्सा था, जिसमें गुजरात और उड़ीसा भी शामिल था, वहां सम्मेलन कर कहा कि अंग्रेजो से आजादी हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। उसके बाद अमृतसर कांग्रेस अधिवेशन में पूर्ण आजादी के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू, राम मनोहर लोहिया, सुभाष चंद्र बोस, बंकिंम चटर्जी, लाला लाजपत राय आदि के नेतृत्व में आजादी का प्रस्ताव पास हुआ। आजादी के आंदोलन में लाला लाजपत राय के नेतृत्व में निकले आंदोलन को दबाने हेतु पुलिस द्वारा लाठीचार्ज हुआ जिसमें वह शहीद भी हो गए। जिसके विरोध में पूरे देश में आग की तरह जन विद्रोह शुरू हो गया था।
जालियांवाला बाग में इसके विरोध में ऐतिहासिक सभा हुई जिसमें जनरल डायर ने निरीह लोगो पर गोली चलाने का आदेश दिया जिसमें 300 लोग एक साथ मारे गए। पूरी दुनिया में शांतिपूर्ण मीटिंग पर इतना बड़ा नरसंहार कभी नहीं हुआ था। वही काम वर्तमान समय में देश की मौजूदा सरकार भी कर रही है जो इस भारी ठंड में हमारे देश के अन्नदाताओं को आंदोलन करने पर मजबूर कर दी है। किसानों की एक नही सुन रही है सिर्फ मनमानी कर रही है। जिसका विरोध सड़क से सदन तक आज सिर्फ काँग्रेस पार्टी ही कर रही है और बिना भय के करती रहेगी।

इसी क्रम में जिला अध्यक्ष श्री सुनील राम ने कहा कि गांधी जी ने नमक सत्याग्रह और विदेशी चीजों का बहिष्कार का नारा दिया था, लोग खादी का कपड़ा पहने लगे, गरम दल के लोग हिंसक होकर हथियार उठा लिए, और क्रांतिकारी उधम सिंह ने इसका बदला लंदन असेंबली में उसी डायर को गोली मारकर लिया। मुंबई में कांग्रेस कमेटी के सन 1949 के अधिवेशन में गांधी जी ने अंग्रेजो भारत छोड़ो का नारा दिया था, कहा था कि करो या मरो। उनकी इस मुहिम के बाद गांधी जी के साथ देश के सभी बड़े नेता गिरफ्तार हो गए, पूरे देश में जंगल की आग की तरह खबर फैली और पूरा देश ठप हो गया था, उसी आंदोलन में सन 1942 में मोहम्मदाबाद, गाज़ीपुर में डॉक्टर शिवपूजन राय के नेतृत्व में 8 लोग शहीद हो गए। सेनानियों के दबाव में 1947 में कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में देश आजाद हुआ। आज पार्टी के स्थापना दिवस पर देश के सभी शहीदों सेनानियों व उनके परिवार को हम सभी कांग्रेसी हृदय से नमन करते हैं। और यह प्रतिज्ञा करते हैं कि अन्याय के खिलाफ जन आंदोलन से काँग्रेस पार्टी न तब पीछे हटी थी न आज पीछे हटेगी। कॉंग्रेस द्वारा वर्तमान भाजपा सरकार की गलत नीतियों के विरोध में आज शांति पूर्ण प्रदर्शन पर गिरफ्तार करके कार्यकर्ताओ को पुलिस लाइन ले जाए जाने की भी कड़ी निंदा करता हूँ।

स्थापना दिवस के अवसर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन में प्रमुख रूप से पूर्व विधायक एआईसीसी के सदस्य अमिताभ अनिल दुबे, शहर अध्यक्ष सुनील साहू, पूर्व प्रदेश सचिव रवि कांत राय, अजय सिंह, पंकज दुबे ,आनंद राय ,राजीव कुमार सिंह ,संटू जैदी, चंद्रिका सिंह, लाल साहब यादव ,अजय कुमार श्रीवास्तव ,राजेश गुप्ता, हिमांशु श्रीवास्तव ,मनीष राय, सतीश उपाध्याय ,,अनुज राय, जफरू उल्लाह अंसारी ,ऊषा चतुर्वेदी ,रोहित खरवार ,दिव्यांशु पांडे , शैलेंद्र सिंह,रूद्रेश निगम,ओम प्रकाश पासवान, अजय दुबे,देवेन्द्र सिंह ,महबूब निशा ,राकेश राय ,शबीबुल हसन ,आदिल अख्तर ,कैलाशपति कुशवाहा, विनोद सिंह ,अनुराग पांडे, शशिभूषण राय, विभूति राम, विनोद सिंह अवधेश भारती, मोहन चौहान,अदालत यादव, लल्ली गुप्ता ,अनिल वेदांती, सीमा विश्वकर्मा, ओम प्रकाश भारद्वाज कृष्णा तिवारी आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे ।