
जमानिया। तहसील क्षेत्र के मेदनीपुर गांव स्थित डोम बस्ती में बुधवार तड़के अज्ञात कारणों से भीषण आग लग गई। इस आग में तीन लोगों की पांच झोपड़ियां जलकर राख हो गईं, जिनमें रखा घरेलू सामान और 13 हजार रुपये की नगदी भी नष्ट हो गई। आग लगने की सूचना मिलते ही मौके पर अफरातफरी मच गई। इस घटना में पीड़ित परिवारों को लगभग ढाई लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।
घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने राजस्व अधिकारियों से जल्द सरकारी सहायता की मांग की। इस अगलगी के कारण सभी पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हो गए हैं। प्रभारी निरीक्षक राजू दिवाकर पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। दमकल विभाग, पुलिस कर्मियों और ग्रामीणों ने मिलकर दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक झोपड़ियों में रखा सारा सामान राख हो चुका था। ग्रामीणों के मुताबिक, डोम बस्ती के लोग अपने परिवार समेत झोपड़ियों में सो रहे थे। इसी दौरान नेपाली डोम की झोपड़ी से धुएं का गुबार उठता देखा गया। जब तक लोग कुछ समझ पाते, आग ने आसपास की झोपड़ियों को भी अपनी चपेट में ले लिया। जान बचाने के लिए लोग किसी तरह भागकर बाहर निकले। इस आगजनी में नंदलाल डोम की दो झोपड़ियां जलकर नष्ट हो गईं, जिनमें कूलर, पंखा, साइकिल, खाद्यान्न, महत्वपूर्ण कागजात और मोबाइल थे। सुरेंद्र डोम की दो झोपड़ियों में टीवी, मोबाइल, 13 हजार रुपये नगद, खाद्यान्न और कपड़े जलकर राख हो गए। वहीं, नेपाली डोम की एक झोपड़ी में रखा कपड़ा और खाद्यान्न भी नष्ट हो गया। प्रभारी निरीक्षक राजू दिवाकर ने बताया कि दमकल कर्मियों ने दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दे दी गई है और सर्वे रिपोर्ट के आधार पर पीड़ितों को सरकारी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।