गाजीपुर। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सभी छात्र छात्राओं और अभिभावकों से हेलमेट मैन राघवेंद्र कुमार ने अपील करते हुए कहा कि जिनके घर में पुरानी पुस्तक रखी हुई है जो अब आपके काम की नहीं है उसे मुझे दे दो और बदले में हेलमेट ले लो।
क्योंकि मैं भारत को 100% साक्षर के साथ सड़क दुर्घटना मुक्त बनाना चाहता हूं। जो 2021 में दुर्घटना से होने वाली मौत को कोई नहीं रोक सकता लेकिन अपनी समझदारी और यातायात नियमों के पालन से आंकड़े को कम किया जा सकता है। नए साल पर हेलमेट मैन सड़क पर हेलमेट देने की जगह इस बार पेट्रोल पंप पर हेलमेट देंगे।
11 जनवरी से 17 जनवरी तक वाराणसी उत्तर प्रदेश बीएचयू ट्रामा सेंटर के पास एचपी आदित्य सर्विस पेट्रोल पंप पर सुबह 11:00 बजे से लेकर शाम को 3:00 बजे तक कोई भी पुस्तक देकर बदले में हेलमेट ले सकता है. लोगों से पुस्तक इकट्ठा करने के लिए बुक बैंक बॉक्स की स्थापना भी कर रहे हैं एचपी के सभी पेट्रोल पंप पर जहां कोई भी उसमें पुस्तक दे सकता है। लोगों द्वारा दी गई पुस्तक को हेलमेट मैन जरूरतमंद बच्चों को निशुल्क पुस्तके देते हैं। पिछले 7 साल से भारत के अलग-अलग राज्यों में 48000 हेलमेट बांटकर 6 लाख बच्चों तक निशुल्क पुस्तकें दे चुके हैं और कई शहरों में बुक बैक बॉक्स लगा चुके हैं लाइब्रेरी भी, लेकिन अभी तक कोई सरकार या प्रशासन या फिर लोगों द्वारा इस कार्य के लिए आर्थिक मदद नहीं मिली फिर भी असफलता के बीच फिर भी अपने जुनून को रोक नहीं पा रहे हैं दूसरों की जान बचाने और शिक्षा बढ़ाने के लिए मिशन जारी है। पिछले साल कोरोना महामारी के बीच जिनके हेलमेट का चालान हुआ था उन्हें भी हेलमेट मैन निशुल्क 5 लाख दुर्घटना बीमा के साथ एक हेलमेट दिया था जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ था। यह अलग बात है करोना योद्धा पुलिस भी हेलमेट लेने में पीछे नहीं थे।
जो नए साल 2021 में और 21 जगहों पर लाइब्रेरी भी बना रहे हैं। जिसमें सिक्स क्लास से लेकर ग्रेजुएशन तक की पुस्तकें निशुल्क मिलेगी. जिसमें पांच लाइब्रेरी गंगा घाट पर बनाएंगे जहां लोगों के लिए निशुल्क पुस्तके उपलब्ध रहेंगी।
भारत ही नहीं बल्कि विश्व के कोने से लोग वाराणसी गंगा घाट दर्शन के लिए आते हैं कुछ लोग पूरी रात गुजार देते हैं घाट पर रोशनी के नीचे लेकिन बीच में उनका मोबाइल की बैटरी जब उनका साथ छोड़ती है तब उन्हें पुस्तक की याद आती है, जहां लोगों का समय गुजारने में लाइब्रेरी साथ देगी। पुरानी किताब के बदले बनते हैं हेलमेट पूरे भारत में। भारत सड़क दुर्घटना मुक्त बनेगा, जब देश 100% साक्षर बनेगा।