
गाजीपुर। भारत सरकार के आदेशानुसार, गाजीपुर जनपद में आज अफीम फैक्ट्री परिसर में युद्ध या किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए एक व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी अविनाश कुमार, पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित इस अभ्यास में मेडिकल टीम, फायर ब्रिगेड और अन्य संबंधित संसाधनों ने हिस्सा लिया।
मॉक ड्रिल के दौरान, पुलिस अधिकारियों, छात्रों, एनसीसी कैडेटों और आम नागरिकों को युद्ध जैसी भयावह स्थिति में “क्या करें और क्या न करें” के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। अधिकारियों ने बताया कि युद्ध की स्थिति से पहले इन दिशानिर्देशों को जानना अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि सभी सुरक्षित रहें।
क्या करें:
सभी लाइटें और बिजली के उपकरण तुरंत बंद करें, जिसमें घर, दुकान, वाहन और मोबाइल की फ्लैश लाइट शामिल हैं। इन्वर्टर और जनरेटर भी बंद रखें ताकि बाहरी रोशनी पूरी तरह समाप्त हो जाए।
खिड़कियों और दरवाजों के पर्दे बंद करें ताकि रोशनी बाहर न दिखे।
यदि वाहन चला रहे हैं, तो तुरंत किनारे लगाकर बंद कर दें और हेडलाइट व इंडिकेटर बंद रखें।
सभी सदस्यों को एक सुरक्षित स्थान पर इकट्ठा करें, विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों को।
रेडियो, मोबाइल और अन्य माध्यमों से सरकारी निर्देशों को सुनते रहें।
पड़ोसियों को भी सतर्क करें, खासकर अकेले रहने वाले लोगों को।
जरूरी दवाएं और टॉर्च आदि सामान पहले से तैयार रखें।
जरूरी दस्तावेज (आधार कार्ड, पहचान पत्र, जमीन के कागज, बैंक डिटेल) एक बैग में रखें।
घर में प्राथमिक चिकित्सा किट, सूखा राशन, पानी, टॉर्च, बैटरी और नकद पैसे रखें।
मोबाइल फोन और पावर बैंक चार्ज रखें।
सभी को एक आपातकालीन योजना के बारे में बताएं।
यदि संभव हो तो सुरक्षित क्षेत्र की ओर प्रस्थान करें। घर में मजबूत दीवारों के पास या नीचे शरण लें।
यदि निकासी का आदेश हो तो तुरंत पालन करें।
क्या न करें:
ब्लैकआउट के दौरान किसी भी प्रकार की रोशनी न जलाएं, जैसे मोमबत्ती या टॉर्च लाइट।
बाहर निकलकर सड़क पर न घूमें और न ही शोर मचाएं।
वाहन चालू न रखें और न ही उसकी लाइट जलाएं।
अफवाहों पर विश्वास न करें और सोशल मीडिया या अनजान स्रोतों से मिली खबरों को बिना पुष्टि के न फैलाएं।
बिना योजना के बाहर न निकलें, क्योंकि बाहर निकलना खतरनाक हो सकता है।
बिना आवश्यक कारण के फोन कॉल न करें, ताकि आपातकालीन सेवाओं की लाइन व्यस्त न हो।
किसी भी संदिग्ध वस्तु को न छुएं और न ही उठाएं।
सामूहिक रूप से इकट्ठा न हों और न ही भीड़ लगाएं।
सरकारी निर्देशों की अनदेखी न करें।
केवल जरूरत पड़ने पर और सुरक्षा सुनिश्चित करके ही बाहर जाएं।
ध्यान भटकाने वाले काम न करें, युद्ध की स्थिति में अनुशासन बहुत जरूरी है। लापरवाही जानलेवा हो सकती है।
हथियार या संदिग्ध वस्तु छूने से बचें। किसी भी विस्फोटक या संदिग्ध वस्तु को न छुएं, तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
भीड़भाड़ वाले इलाकों से बचें, खुले बाजार या स्टेशन जैसे क्षेत्रों में रहने से खतरे की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए ऐसी स्थिति में अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें।
जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि एयर स्ट्राइक के दौरान स्वयं और आसपास के लोगों को कैसे बचाया जाए, इसी क्रम में आज जनपद में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल कराई गई। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में दी गई जानकारी को अपने पड़ोस में भी जाकर बताएं, जिससे लोगों में जागरूकता आए और वे युद्ध जैसी आपात स्थिति में स्वयं और अपने परिवार की सुरक्षा कर सकें। जिलाधिकारी ने इस सफल मॉक ड्रिल के लिए सभी संबंधित विभागों, सीआईएसएफ, पुलिस, एम्बुलेंस, फायर सर्विस, चिकित्सा दल और स्कूली व एनसीसी के बच्चों को बधाई दी। पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा ने बताया कि मॉक ड्रिल में विभिन्न विभागों जैसे फायर, एम्बुलेंस और चिकित्सा विभाग की प्रतिक्रिया समय (रिस्पांस टाइमिंग) को परखा गया, जो काफी सराहनीय रहा। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में आज रात 08 बजे से 08:10 बजे तक पूरे जनपद में ब्लैकआउट किया जाएगा। इस ब्लैकआउट में जनपद के सभी घरों, सरकारी कार्यालयों और संस्थानों की लाइटें बंद रहेंगी। इसके लिए सभी विभागों को आपसी समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, जनपद वासियों से अपील की जाती है कि इस ब्लैकआउट में सभी लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और अपने-अपने घरों की सभी लाइटें व इन्वर्टर बंद रखें। सार्वजनिक स्थानों के पास किसी भी प्रकार की टॉर्च या मोबाइल का उपयोग न करें।