कंदवा(चन्दौली)। साढू के पुत्र के अंतिम संस्कार में जा रहे स्थानीय गांव निवासी रंगीले प्रसाद (60) की बुधवार की शाम हृदयगति रुकने से निधन हो गया। बृहस्पतिवार को शव गांव पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया।
कंदवा गांव निवासी रंगीले प्रसाद के साढू के पुत्र अजीत कुमार की बुधवार की सुबह रामनगर में मौत हो गई थी। शवयात्रा घर से वाराणसी के लिए निकली तो कुछ दूर जाने के बाद उन्हें घबराहट होने लगी और वे घाट से पहले ही एक जगह पर बैठ गए। उनके साथ के लोग अंतिम संस्कार करने चले गए। रंगीले लघु शंका को शौचालय में गए जहां उनकी मौत हो गई। काफी देर तक शौचालय से बाहर न आने पर शौचालय के बाहर तैनात कर्मचारी ने दरवाजा खटखटाया लेकिन काफी देर बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो कर्मचारियों ने दरवाजा तोड़ दिया। जब वे अंदर घुसे तो वे गिरे पड़े थे और उनकी मौत हो चुकी थी। उनके जेब में पड़ी डायरी में रामनगर के मोबाइल नंबर पर घटना की जानकारी दी। सूचना पर कुछ ही देर में साढ़ू के घर के लोग मौके पर पहुंच गए। सूचना पर परिजन भी रामनगर पहुंच गए। रंगीले की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।