गाजीपुर। जनपद में कृषि सूचना तंत्र को सुदृढ़ करने और किसानों को नवीनतम तकनीकी जानकारी से जागरूक करने के उद्देश्य से रबी 2025 के अंतर्गत एक दिवसीय किसान मेले का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कृषि विज्ञान केंद्र, पी.जी. कॉलेज गाजीपुर के प्रांगण में आयोजित हुआ, जिसकी अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह ने की।
मेले में कृषि, उद्यान, पशुपालन, सहकारिता, बैंकिंग, एफ.पी.ओ., दुग्ध, यूपी डास्प, गन्ना और मत्स्य विभागों के अधिकारी एवं कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक शामिल हुए। किसानों को उन्नत तकनीक और नवीनतम जानकारी प्रदान करने के लिए बीज, उर्वरक, कृषि रक्षा रसायन, कृषि यंत्र, गन्ना, पशुपालन, मत्स्य पालन सहित कई निजी प्रतिष्ठानों द्वारा स्टॉल लगाए गए। उप कृषि निदेशक, गाजीपुर ने किसानों को विभिन्न विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पी.एम. किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए फार्मर रजिस्ट्री कराना अनिवार्य है। किसान आधार कार्ड, खतौनी, और आधार से लिंक मोबाइल नंबर लेकर नजदीकी सहज जन सेवा केंद्र या क्षेत्रीय कृषि विभाग के कर्मचारियों और लेखपाल से संपर्क कर फार्मर रजिस्ट्री कर सकते हैं। कार्यक्रम का समापन उप कृषि निदेशक द्वारा सभी किसानों और अधिकारियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
फसल संरक्षण और मोटे अनाज की जानकारी
कृषि वैज्ञानिक डा. ओमकार सिंह ने फसलों को पाले से बचाने के उपायों पर चर्चा की और फलदार वृक्षों की देखभाल व उत्पादन बढ़ाने की वैज्ञानिक विधियों की जानकारी दी। डा. शशांक शेखर ने मोटे अनाज (सावा, कोदो, मडुवा, कुटकी, बाजरा, ज्वार, मक्का) की एग्रोक्लाइमेटिक किस्मों के फायदे बताए। उन्होंने कहा कि इन फसलों से अच्छा उत्पादन और बेहतर मृदा स्वास्थ्य सुनिश्चित किया जा सकता है।
मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा
जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सपना सिंह ने बताया कि जनपद में मोटे अनाज की खेती की व्यापक संभावनाएं हैं। किसानों को इसे अपनाने से उत्पादों का अच्छा मूल्य मिलेगा और इसके उपयोग से स्वास्थ्य में भी सुधार होगा।