जमानिया। हिंदू पीजी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य व पूर्व प्रभारी अर्थशास्त्र विभाग प्रोफेसर शरद कुमार ने केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे संतोषजनक बताया है। उन्होंने कहा कि इस बार के बजट की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि आयकर दाताओं को 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई आयकर नहीं देना पड़ेगा, जिससे मध्यम वर्ग को बड़ी राहत मिलेगी। वहीं, वरिष्ठ नागरिकों के लिए टैक्स डिडक्शन की सीमा 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी गई है।
बजट मुख्य रूप से किसानों, युवाओं और महिलाओं पर केंद्रित दिख रहा है। कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं जारी की गई हैं। बिहार और उसके किसानों को कुछ अतिरिक्त सहूलियतों का प्रावधान किया गया है। कम उपज वाले 100 जिलों में ‘धन-धान्य योजना’ लागू करने का निर्णय लिया गया है, जिससे कृषि उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।एमएसएमई क्षेत्र के विस्तार की योजना भी बजट में स्पष्ट रूप से दिख रही है। शॉर्ट-टर्म लोन को बढ़ावा देने से खासतौर पर युवाओं को अपना रोजगार शुरू करने में मदद मिलेगी। प्रोफेसर शरद कुमार ने कहा कि वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत यह बजट अर्थव्यवस्था को आने वाले दिनों में व्यापक सुधार की दिशा में ले जाने में सहायक साबित होगा।