
जमानियां। नगर पालिका जमानियां की एक बड़ी लापरवाही शुक्रवार को सामने आई, जिसके चलते हजारों लीटर पीने योग्य पानी बर्बाद हो गया और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बरुईन मोड़ से बाजार की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर नाली खुदाई के दौरान जेसीबी मशीन से पेयजल की पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई।
यह घटना शुक्रवार की शाम करीब 4 बजे घटी, जिसके बाद से ही अनमोल पीने का पानी सड़कों पर बहता रहा। स्थानीय निवासियों ने तत्काल इसकी सूचना नगर पालिका प्रशासन को दी, लेकिन शाम 7 बजे तक भी पाइपलाइन की मरम्मत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस लापरवाही के कारण पूरे इलाके में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे राहगीरों, दुकानदारों और ग्राहकों का आवागमन बाधित हो गया। दुकानों के सामने गंदा पानी और कीचड़ जमा होने से व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
व्यापारियों का कहना है कि ग्राहकों ने दुकानों से दूरी बना ली है, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि यह पाइपलाइन पीने के पानी की थी और हजारों लीटर पानी ऐसे समय में बर्बाद हुआ, जब क्षेत्र के कई मोहल्ले आज भी पेयजल की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं। पानी की इस बर्बादी और पेयजल संकट ने स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है। निवासियों ने नगर पालिका की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि जब खुदाई का कार्य चल रहा था, तो तकनीकी विशेषज्ञों की निगरानी क्यों नहीं रखी गई? यह घटना न केवल लापरवाही का उदाहरण है, बल्कि यह बहुमूल्य संसाधनों की बर्बादी और नागरिकों की जरूरतों के प्रति उदासीनता को भी दर्शाती है। इस संबंध में जब नगर पालिका के ईओ संतोष कुमार से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि “पाइप को जल्द से जल्द ठीक कराया जा रहा है।” हालांकि, स्थानीय लोगों का मानना है कि यदि शुरुआत से ही सावधानी बरती गई होती, तो इस तरह की स्थिति उत्पन्न ही नहीं होती। स्थानीय जनता ने प्रशासन से तत्काल पाइपलाइन की मरम्मत कराने और जलभराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए उचित कदम उठाने की मांग की है। इसके साथ ही, उन्होंने भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करने की भी मांग की है। यह घटना जमानियां में नगरपालिका की कार्यशैली पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न लगाती है और नागरिकों को उनके मूलभूत अधिकारों के प्रति और अधिक जागरूक होने की आवश्यकता को दर्शाती है।