जमानियां (गाजीपुर)। गंगा का रौद्र रूप थमते ही कर्मनाशा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। जिससे क्षेत्र के तटवर्ती इलाकों के गाँवों में बाढ़ का पानी तेजी से घुसने लगा है तथा तटवर्ती ग्राम गायघाट, धुस्का बाढ़ से घिर गया है तथा देवढ़ी, जबुरना, घरोहिया सहित अन्य गॉव में बाढ़ तेजी से अपना पाव पसार रहा है। कर्मनाशा की भयावह विभीषिका से तटवर्ती इलाकों भय व्याप्त है तथा सभी लोग बाढ़ पर नजर बनाये हुए है।
कर्मनाशा का कहर ऐसे ही जारी रहा तो पूरा तटवर्ती इलाका बाढ़ की चपेट में आ जायेगा। अभी तक बाढ़ निचले इलाकों के गॉव तक अपना पॉव पसार चुका है।
गायघाट गॉव के अन्दर तक बाढ़ का पानी घुस गया है तथा सम्पर्क मार्ग डूब गया है। जिससे ग्रामीणों को पशुओं व पशुओं के चारा को बचाने के लिए प्रयत्नशील हो गये है। जबकि धुस्का ग्राम के मल्लाह बस्ती व मुसहर बस्ती बाढ़ से घिर गया है तथा पानी गॉव की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। देवढ़ी ग्राम स्थित राम-जानकी मंदिर बाढ़ से घिर गया। कर्मनाशा के तटवर्ती गाँवों के लोग बढ़ते पानी को देख काफी परेशान है। गायघाट व धुस्का के ग्रामीणों ने बताया कि पानी ऐसे ही बढ़ता रहा तो पूरा गॉव बाढ़ की चपेट में आ जायेगा। बुद्धवार की दोपहर से ही नदी में बढ़ाव शुरू हुआ है तथा देखते ही देखते पानी गॉव में घुस गया।
ज्ञात हो कि बीते 16 सितम्बर को शाम 5 बजे नौगढ़ बांध से 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। मूसाखाड़ बांध का जलस्तर भी अपने क्षमता को पार कर लिया है। यह पानी लतीफ साह बांध से होते हुए कर्मनाशा नदी के जलस्तर को बढ़ा रहा है। कर्मनाशा नदी के बढ़ने की सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी अभिषेक कुमार राजस्व टीम के साथ गायघाट व धुस्का गॉवों का निरीक्षण कर बाढ़ का हाल जाना तथा बाढ़ प्रभावित गॉवों में नाव का प्रबन्ध करने हेतु मातहतों को निर्देशित किया तथा ग्रामीणों को हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने बताया कि बाढ़ पर प्रशासन की नजर बनी हुई है। आपात परिस्थितियों के लिए प्रशासन तैयार है तथा राहत और बचाव दल को मुस्तैद कर दिया गया है तथा कंट्रोल रूम चौबीसों घंटे सक्रिय है।