सेनानी बाल्मिकी सिंह का निधन दी गई श्रद्धाजंलि                    

सेनानी बाल्मिकी सिंह का निधन दी गई श्रद्धाजंलि                    

गाजीपुर। साल 1957 मे भारतीय जनसंघ से जुड़कर भारतीय जनता पार्टी की राजनीति के साथ अन्य तमाम आंदोलनों में नेतृत्व कर्ता की भूमिका निभाने वाले, लोकतंत्र के सच्चे सिपाही सेनानी बाल्मिकी सिंह का आज सुबह करीब 5:30 बजे 85 वर्ष की अवस्था में गाजीपुर जिला चिकित्सालय में निधन हो गया.
बताते चलें कि 01 जूलाई 1939 को बिरनो थाना क्षेत्र के खड़गपुर बिठौरा मे जन्मे बाल्मिकी सिंह राजकीय सिटी इंटर कालेज मे अध्ययन के दौरान 1955 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़कर 1957 में भारतीय जन संघ से राजनीति मे आए थें. जहां उन्‍होंने आपात काल से लगायत रामजन्म भूमि से जुड़े सभी आंदोलनों मे सक्रिय भूमिका का निर्वहन किया. इसके साथ ही 1961 से 2014 तक साइकिल से पांचजन्य पत्रिका का जिले के कोने कोने तक वितरण कर राष्ट्रीयता का संदेश देने वाले नेता के निधन पर भारतीय जनता पार्टी में भारी शोक व्याप्त है.
बाल्मिकी सिंह के पीछे पत्नी कमला देवी, पुत्र यतिन्द्र नाथ सिंह और सचिन्द्र नाथ सिंह(लल्लन सिंह) के आलावा एक पुत्री पुष्पा सिंह है. सचिन्द्र नाथ सिंह उर्फ लल्लन सिंह ग्राम प्रधान भी है. कनिष्ठ पुत्र सचिन्द्रनाथ सिंह ने बताया कि अंत्येष्टि कल शुक्रवार को पुर्वाहृन में गाजीपुर श्मशानघाट पर होगी. बाल्मिकी सिंह विगत पांच दिन से गाजीपुर जिला चिकित्सालय में भर्ती थे. शरीर से अत्यंत दुर्बल होने के साथ ही उनको बोलने तथा भोजन ग्रहण करने में परेशानी थी. जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, भानुप्रताप सिंह, कृष्ण बिहारी राय,सरोज कुशवाहा, प्रवीण सिंह, जिला मीडिया प्रभारी शशिकान्त शर्मा सहित सभी भाजपा नेताओं कार्यकर्ताओं ने उनके निधन पर दुख व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी ।